मेरा जीवन तथा ध्येय (Hindi Self-Help)
मेरा जीवन मेरा ध्येय नामक यह भाषण स्वामी विवेका नन्द ने 27 जनवरी 1900 ई0 में पासाडेना, कैलीफोर्निया के शेक्सपियर क्लब में दिया था। इसमें दुःखी मानवों की…
मेरा जीवन मेरा ध्येय नामक यह भाषण स्वामी विवेका नन्द ने 27 जनवरी 1900 ई0 में पासाडेना, कैलीफोर्निया के शेक्सपियर क्लब में दिया था। इसमें दुःखी मानवों की…
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Author : Swami Vivekananda
Genre :
Summary : ‘मेरा जीवन तथा ध्येय’ नामक यह भाषण स्वामी विवेकान्द ने 27 जनवरी 1900 ई. में पासाडेना, कैलिफोर्निया के शेक्सपियर क्लब के समक्ष दिया था। इसमें भारत के दु:खी मानवों की वेदना से विह्वल उस महात्मा के हृदय का बोलता हुआ चित्र है। इसमें प्रस्तुत है उसका उपचार जिसके आधार पर वे मातृभूमि को पुन: अतीत यश पर ले जाना चाहते थे। यही एकमात्र ऐसा अवसर था, जब उन्होंने जनता के समक्ष अपने जी की जलन रखी, अपने आन्तरिक संघर्ष और वेदना को उघाड़ा।
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Author : सत्य नारायण
Genre : Self-Help
Summary : हमारे जीवन का लक्ष्य जैसा भी हो उसे पाने के लिए पहला कदम हमें ही उठाना पड़ता है। एक हजार मील की दूरी तय करने के लिए शुरुआत पहले कदम से ही होती है। इस पुस्तक के प्रत्येक अध्याय में लिखे अनमोल सफलतम नियमों का पूरा-पूरा लाभ लेने के लिए जरूरी है कि आप बहुत ही धैर्य एवं विश्वास के साथ समझते हुए पढ़ें। अभी तक जिसका लक्ष्य निर्धारित नहीं हुआ होगा तो उसका लक्ष्य तय हो जायेगा और जिसका लक्ष्य निर्धारित होगा तो उसको उसका लक्ष्य पाने का सरल उपाय मिल जायेगा। समस्या किसी भी क्षेत्र से हो उसका समाधान इस पुस्तक को पढ़ते-पढ़ते मिल ही जायेगा। नकारात्मक विचारों में ही सारी समस्याओं का कारण छिपा होता है। समाधान पाने के लिए उन कारणों को कैसे खोजा जाये। इसका तरीका इस पुस्तक में दिया गया है। बेहद सावधानी से इस पुस्तक को पढ़ने की जरूरत है। क्योंकि कब किस पेज पर आपको वह उपाय मिल जाय जिसके मिलते ही आपके मार्ग की कुछ ऐसी बाधाएं समाप्त हो जायें जिनके होने से आपका विकास न हो रहा हो और आप लम्बे समय से उसी स्थान पर रुककर अपने आपसे ही युद्ध लड़ रहे हों। ऐसे संकट के समय में यह पुस्तक आपकी जरूर मदद करने वाली है। इस पुस्तक को छोटे-छोटे अध्यायों में लिखने का उद्देश्य मात्र यह है कि आपका समय धन एवं उर्जा का न्यूनतम् निवेश हो और लाभ की प्राप्ति अधिकतम् हो। टकराव और समस्या का जन्म दूसरों को बदलने के परिणाम स्वरूप होता है। इसलिए समाधान और सफलता पाने के लिए खुद को बदलने के लिए तैयार रहें। हर दिन सफल होने के नियमों पर चलने वाले ही एक दिन महानतम् सफलताओं एवं उपलब्धियों को प्राप्त कर ही लेते हैं। एक दिन में ही अधिकतम् सफलता चाहने वाले लोगों को निश्चित ही नकारात्मक परिणामों के लिए तैयार रहना चाहिए क्योंकि यही सृष्टि का अटल नियम है
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Author : स्वामी विवेकानन्द
Genre : Self-Help
Summary : मन की शक्तियाँ सचमुच बड़ी ही आश्चर्यजनक हैं। स्वामी विवेकानन्दजी ने इस पुस्तक में इन शक्तियों की बड़ी अधिकारपूर्ण रीति से विवेचना की है तथा उन्हें प्राप्त करने के साधन भी बताए हैं।
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Author : स्वामी विवेकानन्द
Genre : Self-Help
Summary : स्वामी विवेकानन्द के सन्देशों में भारत के आध्यात्मिक भण्डार का सारतत्त्व समाहित है जिसे उन्होंने आधुनिक परिप्रेक्ष्य में वैज्ञानिक आधार पर सहज-सरल शब्दों में हमारे समक्ष प्रस्तुत किया है। ये सभी विश्वमानवता के लिए प्रेरणादायी हैं. समाज के सभी वर्ग, सभी धर्म एवँ सभी जातियों के मनुष्यों के लिए समान रूप से उपयोगी है। स्वामीजी की शक्तिशाली प्रोत्साहक वाणी युवकों के मन को जगाने वाली है। आत्मविश्वास एवं जीवन की समस्याओं का सामना करने की शक्ति प्रदान करने वाली, उनके हदय में प्रेम एवं सेबाभाव उत्पत्न्न करनेयाली, हमेशा नैतिक मार्ग पर चलने की प्रेरणा प्रदान करने वाली एवं जीवन की कठिनाइयों और अनिश्चितता के समय सही मार्गदर्शन करने वाली है। प्रस्तुत पुस्तक स्वामी के प्रसिद्ध उपदेशों एवं प्रेरणादायी उक्तियों का संग्रह है, जिसे विवेकानन्द साहित्य से लिया गया है
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Author : सतगुर प्रसाद
Genre : Foreign Language Study
Summary : आखिर यह पुस्तक क्यों o मैं बहुत खुश हूँ कि मेरा जन्म उत्तर प्रदेश के एक सामान्य अशिक्षित परिवार में हुआ। o मैंने कम उम्र में कामयाब होने की अदम्य तमन्ना के साथ अपने जीवन की शुरुआत की। o मैंने उत्तर प्रदेश के छोटे शहर को अपनी कर्मभूमि बनाया। o मैंने पढ़ाई के दौरान ही साथ-साथ सुन्दर जीवन जीने के तौर-तरीके जगह-जगह सीखे। o मैं जब ग्यारहवीं (11वीं) कक्षा में पढ़ रहा था तब अधिकतर लोग यह कहते हुए मिल जाते थे कि कामयाब होने के लिए तीस से चालीस साल लग जाते हैं। तो यही मेरा प्रश्न बन गया कि लोग कम उम्र में कामयाब क्यों नहीं हो पाते हैं? इस प्रश्न का जवाब ढ़ूँढ़ते-ढ़ूँढ़ते मैं ग्रेज्युएशन में पहुंच गया और अधिकतर सफल लोगों से मिलने तथा अधिकतर किताबों को पढ़ने पर पता चला कि जिसकी वजह से आप कम उम्र में कामयाब हो सकते हैं उस ज्ञान के बारे में तो हमें 0.01 प्रतिशत भी मालुमात नहीं हैं क्योंकि किसी स्कूल, कालेज या यूनिवर्सिटी में माइंड एण्ड लाइफ अर्थात मन की शक्ति तथा जिन्दगी को सफल बनाने वाले कोर्स नहीं सिखाये जाते हैं तो जाहिर सी बात है कि आपको तीस से चालीस साल लग ही जायेंगे। इसमें कोई दो राय नहीं। लेकिन यदि आप मन की शक्ति अर्थात माइण्ड पावर, पब्लिक स्पीकिंग तथा सफलता के कुछ स्टेप्स सीख लेते हैं तो आप बिना किसी डर के कम उम्र में कामयाब हो सकते हैं। जैसे कि मैं भी कम उम्र में कामयाब हुआ हूँ। मैंने अट्ठारह की उम्र में तीन किताबें लिखीं। और दस से बीस हजार लोगों को माइण्ड पावर, पब्लिक स्पीकिंग और सफलता व लाइफ से सम्बन्धित चीजें सिखाईं। 18 वर्ष की उम्र में ही अधिकतर लोगों का मेण्टर बन गया। आप भी ये सभी चीजें सीखिए और आप भी बन जाइए “कम उम्र में कामयाब” धैर्य रखिए कम उम्र में कामयाब होने की सम्पूर्ण जानकारी इस पुस्तक में समझायी गयी है। आप इस पुस्तक को पढ़ रहे हैं यानी अब आपने कम उम्र में कामयाब होने की शुरूआत कर दी है। आपको बधाई हो। - सतगुर प्रसाद
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Author : स्वामी विवेकानन्द
Genre : Self-Help
Summary : मेरा जीवन तथा ध्येय नामक यह भाषण स्वामी विवेका नन्द ने 27 जनवरी 1900 ई0 में पासाडेना, कैलीफोर्निया के शेक्सपियर क्लब में दिया था। इसमें दुःखी मानवों की वेदना से विह्वल उस महात्मा का बोलता हुआ चित्र है। इसमें प्रस्तुत है उसका उपचार जिसके आधार पर वे मातृभूमि को पुनः अतीत यश पर ले जाना चाहते थे। यही एक मात्र ऐसा अवसर था, जब उन्होंने जनता के समक्ष अपने जी की जलन रखी, अपने आन्तरिक संघर्ष और वेदना को उघाड़ा। हमें आशा है, इस पुस्तक से पाठकों को अवश्य लाभ होगा
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Author : स्वामी विवेकानन्द
Genre : Self-Help
Summary : इस पुस्तक में स्वामीजी के उन चुने हुए सद्वाक्यों एवं विचारों का संग्रह है, जो उन्होंने विभित्र विषयों पर प्रकट किये थे। ये विचार केवल किसी व्यक्ति के लिए ही लाभदायक नहीं, वरन्, समस्त राष्ट्र की उन्नति के लिए भी विशेष हितकर हैं। ये बड़े ही स्फूर्तिदायक, शक्तिशाली तथा यथार्थ मनुष्यत्व के निर्माण के निमित्त अद्वितीय पथप्रदर्शक हैं। उन लोगों के लिए, जो भारतवर्ष के आध्यात्मिक, राष्ट्रीय एवं सांस्कृतिक पुनरुत्थान के इच्छुक हैं, ये विचार विशेष लाभदायक होंगे।